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चंद्रमा पर कौन-कौन गया हैं ? | Chand Par Kon Kon Gaya Hai

चंद्रमा पर कौन-कौन गया हैं ? | Chand Par Kon Kon Gaya Hai

चंद्रमा पर कौन-कौन गया हैं ? | Chand Par Kon Kon Gaya Hai

Chand Par Kon Kon Gaya Hai :- पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह चंद्रमा है। यह पृथ्वी का चक्कर लगाकर अपनी परिक्रमा पूरी करता है परंतु खगोल शास्त्री, चंद्रमा के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए वहां जाते हैं।

आज हम इस लेख में चंद्रमा पर कौन-कौन गया ? के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देंगे तथा हम इस लेख में आपको भारत के प्रथम नागरिक के बारे में भी बताएँगे जो अंतरिक्ष पर गए थे।

यह लेख बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होगा, क्योंकि हम इसमें आपको चंद्रमा के बारे में कुछ रोचक तथ्य भी साझा करेंगे।

चांद हमें पृथ्वी से जितना खूबसूरत दिखाई देता है, उतनी ही रोचक चांद की उत्पत्ति की कहानी है। आइए शुरू करते हैं।

चांद पर कौनकौन गया है ? | Chand Par Kon Kon Gaya Hai

खगोल वैज्ञानिकों ने मंगल, शुक्र तथा अन्य ग्रहों के बारे में पता लगाया। उसी के साथ साथ चंद्रमा के बारे में भी पता लगाना है। खगोल वैज्ञानिकों के अनुसार चंद्रमा पर पानी के स्रोत मिले हैं, इसीलिए कई सारे देश यहां पर जीवन की तलाश में निरंतर अपने अनुसंधान करते रहते हैं।

इस बिंदु में हम आपको उन लोगों के बारे में बताएँगे जो चांद पर गए हैं। अभी तक 12 लोग चांद पर जा चुके हैं।

अपोलो 11 मिशन के तहत इन 12 लोगों को चांद में रहने का तरीका तथा अनुसंधान के तरीके को समझाया गया था। यह परीक्षण 1969 में किया गया था। चांद पर जाने वाले लोगों के नाम इस प्रकार है:-

चांद पर कौन-कौन गया है ? | Chand Par Kon Kon Gaya Hai

  1. नील आर्मस्ट्रांग
  2. बज्ज एल्ड्रिन
  3. पीट कोनराड
  4. एलन बीन
  5. एलन शेपर्ड
  6. एडगर मिशेल
  7. डेविड स्कॉट
  8. जेम्स इरविन
  9. जॉन यंग
  10. चार्ल्स ड्यूक
  11. जीन सर्नन
  12. हैरिसन स्च्मित्त

चांद की उत्पत्ति कैसे हुई ?

जब 4.51 साल पहले पृथ्वी तथा थिया ( मंगल ग्रह के आकार का तत्व ) जब आपस में टकराए, तो इसका एक अवशेष टूट कर पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल में जाकर परिक्रमा करने लगा धीरे-धीरे उसके छोटे-छोटे टुकड़े आपस में मिलकर एक बड़ा पिंड बना लिए।

इस पिंड को ही चंद्रमा कहा गया। इस तरह से चंद्रमा की उत्पत्ति हुई तथा आज भी पृथ्वी के चारों ओर चंद्रमा चक्कर लगाते रहता है।

यह आपस में इसलिए नहीं टकराते हैं, क्योंकि अब चंद्रमा के पास भी गुरुत्वाकर्षण बल है। जिस वजह से यह आपस में दूरी बनाकर रखते हैं और चंद्रमा पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाते रहता है।

चंद्रमा में सबसे पहले कौन गया है ? | Chand Par Kon Kon Gaya Hai

जब अपोलो 11 मिशन चलाया गया था, तब उसमें कुल 12 लोगों को भेजा गया था। चंद्रमा की खोज के लिए कुछ ऐसे लोगों को चुन लिया जाता है, जो किसी बीमारी से ग्रसित नहीं होते हैं।

चंद्रमा पर सबसे पहले नील आर्मस्ट्रांग ने कदम रखे थे। नील आर्मस्ट्रांग अमेरिका के प्रसिद्ध नौसेना पायलट तथा इंजीनियर थे। इन्होंने 20 जुलाई 1969 को अपोलो 11 मिशन के अंतर्गत चंद्रमा में कदम रखे थे।

अंतरिक्ष पर जाने वाले प्रथम भारतीय नागरिक कौन थे ?

अंतरिक्ष में प्रथम भारतीय नागरिक जिन्होंने चंद्रमा पर कदम रखा था, उनका नाम राकेश शर्मा है। यह विश्व के 138th अंतरिक्ष यात्री बने।

जब राकेश शर्मा अंतरिक्ष की यात्रा से वापस लौटे, तो उनकी काफी तारीफ की गई, उन्हें सम्मान के तौर पर हीरो ऑफ द सोवियत यूनियन का सम्मान से नवाजा गया।

उन्हें भारत सरकार ने भी अपने सर्वोच्च बहादुरी के लिए अशोक चक्र से भी सम्मानित किया गया था।

अंतरिक्ष पर जाने वाली भारतीय महिला कौन थी ?

अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम महिला नागरिक कल्पना चावला थी तथा यह उनकी अंतिम यात्रा भी साबित हुई।

कल्पना चावला में बहुत ही कम उम्र में चांद पर जाने वाले भी नागरिक में से एक है। इन्हें नासा विशिष्ट सेवा पदक, नासा अंतरिक्ष उड़ान पदक आदि जैसे सम्मान से सम्मानित किया गया है।

चांद पर कब से कोई नहीं गया है ?

1972 से ही चांद पर कोई नहीं गया है। चांद पर जाने वाला आखिरी नागरिक जीन सर्नन है। उसके बाद अभी तक कोई चांद पर नहीं गया है।

इसके पीछे सबसे बड़ी वजह यह है, कि चांद पर भेजने के लिए कोई भी सरकार तैयार नहीं हो रही है, क्योंकि चांद पर जीवन संभव नहीं है।

इसके साथ ही यदि हम उसके रहस्य की भी पुष्टि करते हैं। तो उससे खगोल शास्त्रियों को कोई लाभ नहीं बचेगा।

जब अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने चांद पर एक अभियान बनाने की दिलचस्पी दिखाई थी परंतु बजट तथा अन्य कारणों की वजह से यह कोशिश असफल रही।

सरकार ने प्राइवेट तथा सरकारी तरीके से भी यह कोशिश की है, परंतु कभी तकनीकी या अन्य बजट के वजह से मुमकिन नहीं हो पाया है।

चांद का वायुमंडल कैसा है ?

ऊपर हमने आपको Chand Par Kon Kon Gaya Hai के बारे में बताया अब हम चांद का वायुमंडल कैसा है ? के बारे में जानते है।

चांद पर किसी भी तरह का वायुमंडल नहीं है। यहां पर बहुत ही कम मात्रा में वायु पाई जाती है।  इस वजह से यहां पर कुछ डरावनी आवाजें भी आती है।

चंद्रमा की रचना

चंद्रमा में जो Gas मौजूद है, वह असामान्य Gas हैं। यहां पर ज्यादातर Sodium तथा Potassium तत्व पाए जाते हैं। चंद्रमा कि संरचना लौह अयस्क तथा अन्य ठोस मैग्मा से हुई है। जिस वजह से यहां पर बहुत कठोर ज़मीन पाई जाती है।

चंद्रमा के रोचक तथ्य | Some Interesting Fact About Moon

  1. चंद्रमा तथा पृथ्वी के बीच की दूरी 384403 किलोमीटर है।
  2. टेलिस्कोप से चंद्रमा जिस तरह का दिखाई देता है, उसे सबसे पहले खगोल शास्त्री थॉमस हैरियट द्वारा मान चित्र बनाया गया था, यह एक ब्रिटिश के जाने-माने खगोल शास्त्री है।
  3. चंद्रमा की सबसे ऊंची चोटी Mons Huygens है, इसकी ऊंचाई 4700 मीटर है।
  4. चंद्रमा का तापमान लगभग 180 डिग्री सेल्सियस रहता है तथा रात के समय यह -153 डिग्री सेल्सियस तक चले जाता है।
  5. यह पृथ्वी का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है।
  6. पूरा चांद आधे चांद से लगभग 9 गुना ज्यादा चमकता है।
  7. पृथ्वी से चांद इतना छोटा है की सिर्फ 27% ही हिस्सा यह पृथ्वी का कवर कर सकता है।
  8. जब परिक्रमा करते समय सूर्य तथा पृथ्वी के बीच में चंद्रमा आ जाता है, तो उसे हम सूर्य ग्रहण कहते हैं।
  9. जब परिक्रमा करते समय सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है, तो उसे चंद्र ग्रहण कहते हैं।
  10. अगर कोई व्यक्ति धरती पर 100 किलो का है, तो वह चंद्रमा पर केवल 14 किलो का होगा।
  11. चंद्रमा सबसे प्रदूषित उपग्रह है, क्योंकि यहां पर मानव निर्मित मलबा फेंका जाता है, अभी तक चांद पर लगभग 181400 किलो कचरा चांद पर ले जाया चुका है।
  12. चांद पृथ्वी से हर साल78 सेंटीमीटर दूर होते जा रहा है।
  13. चांद को पृथ्वी की परिक्रमा करने में 28 दिन का समय लगता है।
  14. रॉकेट से चांद तक जाने में 13 घंटे का समय लगता है।
  15. पृथ्वी का Weight चंद्रमा से 80 गुना अधिक है।

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