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बल्ब का आविष्कार किसने और कब किया ? | Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya

बल्ब का आविष्कार किसने और कब किया ? | Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya

बल्ब का आविष्कार किसने और कब किया ? | Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya

Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya :- दोस्तों, आपके घर में बल्ब तो ज़रूर जलता होगा और आपने कभी उसे गौर से देखा होगा, तो आपके मन में यह सवाल ज़रूर आया, होगा कि आखिर इस बल्ब को किसने बनाया और उस का आविष्कार किसने किया ? तो हमने इस लेख में आपके इसी सवाल का जवाब दे रखा है।

बल्ब क्या है ? ( What Is Bulb In Hindi )

बल्ब असल में ऐसा उपकरण यानी कि ( Gadget) है, जो की हमें रौशनी प्रदान करता है।

यदि उसे विद्युत यानी कि ( Electricity ) से जोड़ दिया जाये तब आपको Current प्राप्त होगा और वहीँ पर आप इस बल्ब का उपयोग कर सकते हैं और इस से रोशनी पा सकते है।

आमतौर पर देखे तो बल्ब में एक तार होता है, जिसे फिलामेंट भी कहा जाता है, जो कि Tungston नामक पदार्थ से बना होता है।

और जब उसके बीच से विद्युत यानी कि ( Electric current ) प्रवाह किया जाता है ,तब वो गरम हो जाता है और वह जलने लगता है, उसके साथ ही रौशनी प्रदान करता है।

बल्ब का आविष्कार किसने किया | Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya | Light Ka Aviskar Kisne Kiya

हमने ऊपर जाना कि बल्ब क्या है ? अब हम जानेंगे, कि बल्ब का आविष्कार किसने किया था ?

Bulb का आविष्कार वर्ष 1878 में Thomas Alva Edition ( थॉमस अल्वा एडिसन ) नामक व्यक्ति द्वारा किया गया था।

थॉमस अल्वा एडिसन एक अमेरिकन वैज्ञानिक यानी कि ( Scientist ) थे। जिन्होंने सिर्फ बल्ब उपकरण का ही आविष्कार नहीं किया था , इन्होंने अपने मेहनत और सूझ-बूझ से और भी कई सारे, तरह तरह के बेहतरीन उपकरणों की खोज की, जिसका उपयोग आज हम अपने रोज़ाना जीवन मे करते है।

थॉमस अल्वा एडिसन द्वारा आविष्कार किये गए चीज़ों का नाम है :– बल्ब, कार्बन टेलीफ़ोन ट्रांसमीटर , एल्कलाइन स्टोरेज बैटरी , ग्रामोफ़ोन, मोशन पिक्चर कैमरा, इत्यादि और भी थे।

इन सारे यंत्रों और उपकरणों का थॉमस अल्वा एडिसन जी के नाम पर पेटेंट बुक है। क्या आपको मालूम है कि की, थॉमस अल्वा एडिसन ने  Bulb का पेटेंट अपने नाम पर ही कराया , इस अनोखे आविष्कार  करने में उनको तकरीबन डेढ़ साल तक का समय लग गया था ।

काफी वैज्ञानिको ने थॉमस अल्वा एडिसन जी से पहले ही इस विषय पर काफी प्रयोग के साथ-साथ रिसर्च भी किया था । मगर इस काम मे सफल नही हो पाए थे , इसी कारण से उन सभी की थोड़ी थोड़ी रिसर्च से थॉमस अल्वा एडिसन जी को काफी मदद मिली थी।

क्या आप को मालूम है, कि पेटेंट अपने नाम करते वक़्त उन्होंने उस पेटेंट का नाम ” Improvement In Electric Lights ” के नाम से  14 अक्टूबर 1878 में करवाया।

लगभग डेढ़ साल के इस कड़ी रिसर्च पर थॉमस अल्वा एडिसन जी ने कई धातुओं का उपयोग किया जैसे प्लैटिनम, कार्बन का उपयोग किया ,लेकिन प्लैटिनम धातु के इस्तेमाल से बल्ब की रौशनी तकरीबन 12 घंटे तक तो समिति थी।

लेकिन प्लैटिनम बल्ब का इस्तेमाल लोगो के लिए काफी महँगा पड़ा , फिर उनके कई प्रयोग से और कार्बन फिलामेंट के धातु के उपयोग से उन का प्रयोग अच्छी तरह से सफल रहा और बल्ब बना।

बल्ब का आविष्कार कैसे हुआ था ?

हमने ऊपर जाना, कि Bulb Ka Avishkar Kisne Kiye. अब हम जानेंगे, कि बल्ब का आविष्कार कैसे हुआ था ? तो चलिए शुरू करते है।

दोस्तों, Current के उपयोग से रौशनी पैदा करने का विचार सब से पहले English Chemist जिनका नाम Humphrey Davy था, उनके मन में आया था।

इस बात को लगभग 200 साल से अधिक हो चुके है। उन्होंने ही सबसे पहले ये दिखाया था, कि जब विद्युत यानी कि Current को तारों के माध्यम से प्रवाह किया जाये, तब वो तार, Current से गर्म होकर रौशनी पैदा करते है।

दोस्तों, उनके द्वारा तैयार किए गए पहले ज़माने के उपकरण  जलाने पर कुछ मिनट या कुछ घंटो तक ही जल पते थे। लेकिन US के एक Inventor थॉमस अल्वा एडिसन, उन्ही को बल्ब के  आविष्कार करने का पूरा श्रेय दिया जाता है, क्योंकि उन्होंने सन 1879 को कार्बन फिलामेंट से बना बल्ब, दुनिया को पेश किया था।

थॉमस अल्वा एडिसन के दिमाग से एक ऐसी तोड़ निकाली थी, जिसमें वो पलते कार्बन उपयुक्त फिलामेंट के साथ बेहतर डिज़ाइन का उपयोग करते थे जिस में की बेहतर Vacuums का उपयोग किया गया, जो की आगे चल कर दोनों scientific और कमर्शियल चैलेंज को ख़त्म करने में सफल रहा और अंत में बल्ब बन कर तैयार हुआ था।

तो दोस्तों कुछ इस प्रकार से बल्ब का आविष्कार हुआ था।

LED बल्ब का आविष्कार किसने किया था | LED Bulb Ka Avishkar Kisne Kiya

दोस्तों अगर आपको मालूम नही है, तो हम आपके जानकारी के लिए बता दे, कि LED बल्ब का आविष्कार निक होलोनिक जूनियर नामक व्यक्ति के द्वारा तकरीबन वर्ष 1962 में किया गया था। निक होलोनिक भी एक वैज्ञानिक थे और इन का जन्म 3 नवंबर, वर्ष 1928 को हुआ था।

निक होलोनिक जूनियर प्रथम प्रकाश उत्सर्जक डायोड का आविष्कार भी किया था। ये आविष्कार निक होलोनिक जूनियर ने वर्ष 1962 में General Electric company की Laboratory में वैज्ञानिक के पद पर काम करते हुए किया गया था। आमतौर पर इन्हें एल.ई.डी. ( LED Bulb ) का जनक भी कहा जाता है।

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