Autumn Season in Hindi :- वर्ष भर में कई सारे Season आते रहते हैं, उनमें से प्रमुख Autumn Season भी हैं।
यह बड़ा ही सुंदर तथा सुकून प्रदान करने वाला Season होता है। Autumn Season में कभी बारिश तो, कभी पतझड़ जैसी घटनाएँ भी होती रहती हैं।
जिनका अलग ही आनंद होता है। भारत में इस सीजन में कई सारे त्यौहार आते हैं। इसी महत्व को देखते हुए ऑटम सीजन को जानना जरूरी हो जाता है।
आज हम इस लेख में आपको Autumn Season के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देंगे तथा यह भी बताएँगे, कि Autumn Season in Hindi, Autumn Season कब आता है ?, पतझड़ किस ऋतु में होती है ? आदि जैसे सवालों के जवाब हम इस लेख में आपको देंगे, इस लिए आपको यह लेख शुरू से लेकर अंत तक पढ़ना होगा।
Autumn Season in Hindi | शरद ऋतु का मौसम
हमारी पृथ्वी एवं मुख्य रूप से चार Season होते हैं परंतु भारत में 1 वर्ष में 6 मौसम होते हैं। इन्हें दो दो महीनों में बांटा गया है।
ऑटम सीजन सितंबर और अक्टूबर के बीच का समय होता है। इसमें आपको बारिश का मौसम जाना तथा ठंड का मौसम आना जैसा प्रतीत होता है। इसमें पेड़ों के पत्ते गिरने लगते हैं।
Autumn Season Meaning in Hindi
यह अंग्रेजी भाषा का शब्द है – इसका अर्थ बहुत सारी मजेदार तथा बाहरी गतिविधिया होता है। इसमें लाल, पीले, नारंगी तथा अन्य रंग के पत्ते आते हैं।
इसमें तापमान बहुत अधिक ठंडा होता है परंतु सुबह होते ही पुनः तापमान सामान्य हो जाता है। इससे प्रकृति में हरियाली बनी रहती है तथा मनुष्य और प्रकृति के बीच में तालमेल रहता है।
इसी मौसम में ज्यादातर कीट पतंग तथा जानवर बाहर निकल आते हैं। इसे शीत काल का शुरुआती दौर भी कहा जाता है। इसमें रातें बड़ी लंबी होती है, तथा दिन बहुत छोटे होते हैं।
शरद ऋतु का आगमन
शरद ऋतु बारिश के साथ संघर्ष करके कीचड़ भरे रास्तों को सिखा देता है तथा दल-दल भरे क्षेत्रों को सामान्य बना देता है। इसी के साथ सूरज की किरणें पड़ने से मौसम में थोड़ी गर्मी होती है परंतु दिन ढलते ही ठंड का भी एहसास होने लगता है।
इस तरह से शरद ऋतु का आगमन होने लगता है। शरद ऋतु सभी ऋतु में से सबसे अच्छी ऋतु है, क्योंकि यह अन्य ऋतु के मुकाबले सामान्य रहती है।
यदि ग्रीष्म ऋतु की बात करें, तो उस समय बहुत अधिक तापमान होता है। जिस वजह से जानवर तथा मनुष्य को कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
यदि वर्षा ऋतु की बात करें, तो इसमें भी वर्षा के वजह से हम घर से नहीं निकल पाते और कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
शरद ऋतु में ऐसी कोई परेशानी नहीं होती है। इस ऋतु में सबसे अधिक फूल तथा रंग बिरंगे पत्ते पेड़ों पर नजर आते हैं।
शरद ऋतु का महत्व | Importance Of Autumn Season
यह साल भर में केवल 2 महीने ही रहती है परंतु इसमें प्रकृति अपने आप में कई सारे बदलाव कर लेती है। इसी के साथ हमें पुराने कपड़ों को छोड़कर नए कपड़े पहनने का मौका मिलता है, क्योंकि वर्षा ऋतु के वजह से कपड़े जल्दी सुख नहीं पाते हैं तथा जब शीत ऋतु का यह शुरुआती दौर होता है। इसमें हमें गर्म कपड़े पहनने की आवश्यकता होती है।
इन दोनों ऋतु के बीच का जो समय होता है, शरद ऋतु कहलाता है। इसमें प्रकृति ने वास्तविक सुंदरता तथा परिपक्वता दिखाई देती है, क्योंकि इसी समय पतझड़ होना चालू हो जाता है और नए पत्ते लगना भी चालू हो जाते हैं। इससे जंगलों में काफी खूबसूरती बढ़ जाती है।
यदि शरद ऋतु ना आए तो क्या होगा ?
यदि शरद ऋतु ना आए, तो प्रकृति का पारिस्थितिकी तंत्र बिगड़ जाएगा। जिससे कई सारे जीव जंतु नष्ट हो जाएंगे।
इसका संबंध कृषि योग्य जमीन से भी है, क्योंकि कृषि करने के लिए उपयुक्त समय मिल जाता है।
बारिश के बाद फसल को पकने के लिए एक उपयुक्त तापमान की आवश्यकता होती है। इसी तापमान में फसल पक जाती है तथा शीत ऋतु के अंत में काट ली जाती है।
शरद ऋतु के समय फ़सलों की वृद्धि, परिपक्वता आदि होनी चालू हो जाती है।
शरद ऋतु की विशेषताएं
- ठंडी हवाएँ चलने लगती है।
- तापमान में गिरावट होना चालू हो जाता है।
- राते बड़ी हो जाती है तथा दिन छोटे होने लगते हैं।
- पेड़ों से पत्ते गिरने लगते हैं।
- प्रकृति अपने आप में बदलाव करने लगती है।
- नए पत्तों की शुरुआत हो जाती है।
- मौसम में काफी गर्मी कम हो जाती है।
- इस ऋतु में लोग कम बीमार पड़ते हैं।
- पेड़ पौधों की वृद्धि कम हो जाती है।
- हल्की हल्की ठंडी हवाएँ चलने लगती है।
- स्वास्थ्यवर्धक सब्जी, फल तथा फूल बाजार में प्राप्त होने लगते हैं।
- मौसम में हल्की धुंध छा जाती है।
पतझड़ किस ऋतु में आता है ?
पतझड़ शरद ऋतु में आता है, क्योंकि इस समय वर्षा ऋतु के बाद पेड़ों में लगे हुए पुराने पत्ते नीचे गिरने लगते हैं। इसके बाद ही पत्ते पेड़ों में लगना चालू हो जाते हैं, इस प्रक्रिया को पतझड़ कहा जाता है।
यह वर्ष में केवल एक बार ही होता है। मौसम को समझने का मौका पतझड़ के ही माध्यम से पता चलता है, क्योंकि पहले के समय में पत्ते गिरने की प्रक्रिया को लोग अच्छा मानते थे। जिस वजह से उन्हें साल भर में होने वाली ऋतु के बारे में पता चल जाता था।
ऋतु कितने प्रकार की होती है ?
ऋतु मुख्य रूप से 6 प्रकार की होती है:-
- वसंत ऋतु
- ग्रीष्म ऋतु
- वर्षा ऋतु
- शरद ऋतु
- हेमंत ऋतु
- शिशिर ऋतु
ऋतुराज किस ऋतु को कहा जाता है ?
ऋतुराज बसंत ऋतु को कहा जाता है। इसका मतलब ऋतु की रानी होता है।
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