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kabaddi mein kitne khiladi hote hain | कबड्डी में कितने खिलाड़ी होते हैं

kabaddi mein kitne khiladi hote hain | कबड्डी में कितने खिलाड़ी होते हैं

kabaddi mein kitne khiladi hote hain | कबड्डी में कितने खिलाड़ी होते हैं

kabaddi mein kitne khiladi hote hain:- नमस्कार दोस्तों आज कितने आर्टिकल में है हम बात करने वाले हैं कबड्डी खेल के बारे में की  कबड्डी में कितने खिलाड़ी होते हैं (kabaddi mein kitne khiladi hote hain) तो चलिए शुरू करते हैं आज के इस नए पोस्ट को और जानते हैं कि कबड्डी खेल मे खिलाड़ियों की संख्या कितनी होती है।

kabaddi mein kitne khiladi hote hain (कबड्डी में कितने खिलाड़ी होते हैं)

कबड्डी के खेल में total 14 खिलाड़ी होती हैं. जिसमें एक टीम में 7 खिलाड़ी मौजूद होते हैं और पांच खिलाड़ी अतिरिक्त खिलाड़ी के रूप में ग्राउंड पर मौजूद होते हैं यह अतिरिक्त खिलाड़ी किसी मुख्य खिलाड़ी के चोट लग जाने के बाद या फिर किसी कारणवश ना खेलने के बाद खेलते हैं।

कबड्डी खेल में मुख्य खिलाड़ी रेडर और डिफेंडर प्रकार के खिलाड़ी होते हैं रेडर खिलाड़ी विरोधी टीम के खेमे मे जाकर पॉइंट लाते हैं जबकि डिफेंडर खिलाड़ी वो खिलाड़ी होते हैं जो अपने खेमे मे रहते हुए ही विरोधी टीम के रीडर को पकड़ते हैं और पॉइंट हासिल करते हैं।

कबड्डी क्या होता है ?

कबड्डी खेल भारत में खेले जाने वाले प्रसिद्ध खेलों में से एक बन चुका है आज के समय में लगभग भारत के हर 1 राज्यों में कबड्डी खेल को खेला जाता है हालांकि कबड्डी खेल को  अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है जैसे कि दक्षिण भारत मे कबड्डी खेल कॉम चेडु-गुडु  के नाम से जाना जाता है वहीं पूर्वी भारत मे यह खेल हु तू तू के नाम से प्रसिद्ध है।

लेकिन उत्तर भारत मे इस खेल को कबड्डी के ही नामों से जाना जाता है  आज के समय में यह खेल काफी ज्यादा प्रसिद्ध खेल बन चुका है इस खेल को अब जिला स्तर पर, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और राष्ट्रीय स्तर पर खेला जा रहा है और भारत में इस कबड्डी खेल का  आईपीएल क्रिकेट खेल के जैसा टूर्नामेंट भी हो रहा है और जिससे इसकी लोकप्रियता दिनों पर दिन बढ़ती जा रही है यही कारण है कि आज गांव और कस्बों में कबड्डी खेल काफी ज्यादा प्रसिद्ध हो चुका है।

कब्बडी खेल का मैदान 

यदि हम बात करे कबड्डी खेल के मैदान की तो कबड्डी के खेल को खेलने के लिए बड़े मैदान की कोई आवश्यकता नहीं होती है यह एक इंडोर गेम है जिसकी वजह से इसे घर में भी खेला जा सकता है कबड्डी के खेल खेलने के लिए कबड्डी के ग्राउंड 2½ metre लम्बा और 10 metre चौड़ा होना चाहिए।

वहीं महिलाओं के लिए कबड्डी का ग्राउंड 11 metre लम्बा तथा 8 metre चौड़ा मैदान होना चाहिए  इसके अलावा कबड्डी का ग्राउंड साफ तथा समतल होना चाहिए तथा कबड्डी खेल को खेलने के लिए ग्राउंड को ऐसा बनाया जाता है कि खिलाड़ी को गिरने पर  चोट न लगे।

कबड्डी ग्राउंड के बीच में एक रेखा होता है और  वह रेखा मैदान को दो हिस्सों में विभाजित करता है  तथा इसके बगल में दोनों तरफ एक 1 मीटर की चौड़ी पट्टी खींची जाती है और उसे “लॉबी” बोला जाता है।

दोनों तरफ के पाले मे एक केन्द्रीय रेखा खींची जाती है जो कि सबसे बीच के विभाजित रेखा के लगभग तीन मीटर के दूरी पर एक “बॉक रेखा” खींची हुई होती है और फिर इससे ठीक एक meter की दूरी पर एक bonus line खींची होता है उसके बाद फिर लास्ट में अंत रेखा होता है और अंत रेखा और साइट रेखा के बाहर की ओर 4 मीटर की दूरी छोड़ी जाती है और जिसके बाद बैठने वाली जगह होती है।

कबड्डी कैसे खेलते है?

कबड्डी खेल काफी ज्यादा मजेदार और  आनंददायक खेल है आज के समय में बहुत सारे लोग कबड्डी खेल को खेलना पसंद करते हैं  कबड्डी खेल दो टीमों के बीच खेला जाता है और इसकी की शुरुआत सबसे पहले टॉस से होती है  दोनों टीम के पास टॉस को उछाला जाता है और जो टीम टॉस जीतती है उस टीम को रेड करने का मौका दिया जाता है ।

सामने वाली टीम जब विरोधी टीम के पास रेड करने जाती है तो विरोधी टीम को डिफेंड करके रेड करने से बचाना होता है और उस रेडर कर रहे बंदा को पकड़ना होता है वही रेडर को ज्यादा से ज्यादा विरोधी टीम के खिलाड़ी को छूकर अपने खेमे में आना होता है इन सभी चीज को करने के लिए टीम के पास कुछ नियमित समय होता है जिसके अंदर ही रेड करके वापस आना होता है।

डिफेंड कर रही टीम का लक्ष्य होता है कि रेड कर रहे रीडर को साँस उखड़ने तक पकड़ के अपनी टीम में रखा जाए और उसे अपने खेमे में नियमित समय के अंदर वापस ना जाने दे यदि वे ऐसा करने में कामयाब होते हैं तो उन्हें पॉइंट मिल जाते हैं खेल में रैड करने का समय सिर्फ 30 सेकंड होता है,

और यदि 30 सेकंड से ज्यादा तक रीडर लेता है तो उसे आउट मान लिया जाता है। और अंत में जिन टीम के ज्यादा पॉइंट होते है उस टीम को जीत मान लिया जाता है। और इस प्रकार से कबड्डी खेल को खेला जाता है।

कबड्डी खेल की उत्पत्ति कब और कहा हुई थी?

यदि हम कबड्डी के उत्पत्ति की बात करें तो ऐसा माना जाता रहा हैं की कबड्डी खेल की उत्पत्ति 4 हजार साल पहले भारत के तमिलनाडु राज्य में हुई थी.  और ऐसा भी माना जाता है कि पहले के जमाने में पुरुष स्त्रियों को लुभाने के लिए और  अपनी ताकत को दिखाने के लिए कबड्डी खेल को खेलते थे।

अगर हम अंतरराष्ट्रीय लेवल पर कबड्डी खेल की बात करें तो सबसे पहले वर्ष 1990 में (Beijing Asian Games) बीजिंग एशियाई खेलों मे कबड्डी खेल को शामिल किया गया था।

कबड्डी किस देश का राष्ट्रिय खेल हैं?

कबड्डी खेल बांग्लादेश का राष्ट्रीय खेल है और यह खेल बांग्लादेश में काफी ज्यादा प्रसिद्ध है और बांग्लादेश में काफी ज्यादा खेला जाता है लेकिन कबड्डी भारत में भी काफी ज्यादा लोकप्रिय हैं और कबड्डी को भारत के बहुत सारे राज्य में खेला जाता है जिनमें से कुछ राज्य हैं।

जैसे कि आंध्र प्रदेश, हरियाणा, बिहार, केरल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, ओडिशा, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पंजाब, और तेलंगाना. इन सभी ऐसे राज्य हैं जहां पर कबड्डी खेल को काफी ज्यादा खेला जाता है।

कबड्डी की प्रमुख प्रतियोगिताएं (Kabaddi tournaments)

  • Asia Kabaddi Cup
  • एशियाई खेल
  • महिला कबड्डी विश्व कप
  • प्रो कबड्डी लीग
  • यूके कबड्डी कप
  • विमेंस कबड्डी टूर्नामेंट
  • कबड्डी विश्वकप

 यह कबड्डी के कुछ प्रमुख प्रतियोगिताएं है जो कि काफी ज्यादा प्रचलित हैं प्रो कबड्डी लीग भारत में आईपीएल खेल के जैसा प्रतियोगिताएं होता है और इस प्रतियोगिता को काफी ज्यादा लोगों द्वारा देखा जाता है।

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